झारखण्ड के बेटे युवा समाजसेवी आकाश महतो को निफा संस्था द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली स्थित भारत मण्डपम् एवं गोल्डन मोमेंट्स करनाल में आयोजित रजत जयंती समारोह में यंग चैंपियन अवार्ड से सम्मानित किया गया। आयोजन का उद्घाटन माॅरीशस के राष्ट्रपति व केंद्रीय मंत्रीगढ द्वारा किया गया। समारोह में देश के विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लगभग 770 यंग चैंपियन की मौजूदगी रही।
इस दौरान आकाश महतो को समाज सेवा के क्षेत्र में उनके
सम्पूर्ण समर्पण हेतु यंग कम्युनिटी चैंपियन अवार्ड के रूप में
स्मृति चिन्ह् स्वरूप ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया गया व
इंग्लैंड स्थित World रिकार्ड आफ एकस्सीलैंस द्वारा प्रमाण पत्र भी
प्रदान किया गया। आकाश महतो अपने स्कूल के दिनों से ही अपनी ईमानदारी,सत्यनिष्ठा व
लगन के बल पर एक होनहार युवा समाजसेवक के रूप में पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं।
कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने देशभर में बच्चों को आनलाइन माध्यम से पढाया,
अपनी पहल 'एक घर एक पेड़' के अन्तर्गत हरित धरती व आक्सीजन आवश्यकताओं पर
ध्यान देते हुए लगातार वृक्षारोपण किया। जवाहर नवोदय विद्यालय से प्रारंभिक शिक्षा
का सफर शुरू करने वाले आकाश महतो ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक व अजीम प्रेमजी
विश्वविद्यालय से शत प्रतिशत छात्रवृत्ति से परास्नातक की डिग्री हासिल की। वर्तमान
में गैर सरकारी संगठन ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन में नेशनल आपरेशनल हेड के पद पर देशभर
में अपनी सेवाऐं दे रहे हैं, जिसके अंतर्गत ईको फ्रेंडली पुस्तकालयों का निर्माण व
सामाजिक न्याय मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से सरकारी विद्यालयों में बच्चों को
जेनरेशन बांडिग के संदर्भ में जागरूक कर रहे हैं। युवाओं की बिगडती मानसिक स्थिति
के क्षेत्र में सुधार हेतु 'लेट्स टाक' अभियान चला रहे हैं ताकि बातचीत के
माध्यम से बच्चों के तनाव व अवसाद को कम किया जा सके।
दिल्ली जैसे मेट्रोपोलिटन शहर
में उनका अभियान "स्लम टू स्कूल" भी प्रभावशाली रहा है और वे हजारों बच्चों को गंदी
झुग्गी झोपड़ियों से निकाल कर स्कूल भेजने में सफल रहे हैं। तथा भारतीय संविधान में
वर्णित मौलिक अधिकारों से बच्चों को जागरूक किया है। महिला स्वास्थ्य के क्षेत्र
में यौन स्वास्थ्य व यौन स्वच्छता पर उनका खाशा जोर रहा है, इसके अनतर्गत पहल
"पीरियड्स आफ प्राइड" के माध्यम से मासिक धर्म जागरूकता अभियान व सैनिटरी पैड वितरण
कर किशोर बच्चियों को मानसिक रूप से मजबूत किया गया है। पूर्व में भी आकाश महतो को
अनेक पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया है, इस प्रकार आकाश महतो ने सरायकेला माटी
की सौंधी खुशबू सम्पूर्ण भारतवर्ष में फैलाने का जो सपना देखा है वह दिन प्रतिदिन
फलीभूत होता नजर आ रहा है।