रांची के धुर्वा डैम में हुए भीषण हादसे ने पूरे पुलिस विभाग और शहर को गहरे सदमे में डाल दिया है। 14 नवंबर की रात जब जमशेदपुर के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज (PDJ) की सुरक्षा टीम के चार पुलिसकर्मी सरकारी वाहन से लौट रही थी, तभी अचानक कार अनियंत्रित होकर सीधे डैम में जा गिरी। अगले ही दिन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पहले दिन कार के भीतर से उपेंद्र कुमार सिंह, रोबिन कुजूर और अनिल सिंह के शव बरामद हुए, लेकिन चौथे जवान सत्येंद्र सिंह कहीं नहीं मिले। उम्मीद की आखिरी किरणों के बीच गोताखोरों की टीम लगातार डैम की तलहटी में तलाशी लेती रही, और अंततः सोमवार तड़के सत्येंद्र सिंह का शव भी पानी से बाहर निकाल लिया गया। इस दर्दनाक घटना ने पूरे विभाग में शोक की लहर दौड़ा दी है। वरिष्ठ अधिकारियों ने हादसे को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए चारों वीर जवानों के प्रति श्रद्धांजलि और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
