झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी रमेश कुमार महतो ने कहा की पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह डूमरी विधायक माननीय टाइगर जयराम महतो विगत, 28.08.2025 को मानसून सत्र के दौरान गैर- सरकारी संकल्प में विस्थापन आयोग गठन को लेकर जोरदार बहस किया था! पार्टी सुप्रीमो टाइगर जयराम महतो ने कहा कि आख़िरकार सरकार ने मेरी बात मानी ।जो कार्य 25 वर्षों से नहीं हुआ वह काम सदन में बहस करने के बाद पांच दिनों में पूरा हो गया। झारखंड बने 25 वर्षों के बाद झारखंड राज्य विस्थापन एवं पुनर्वास आयोग (गठन, कार्य एवं दायित्व) नियमावली 2025 को कैबिनेट में मंज़ूरी दी गई।
झारखंडियों को हक अधिकार दिलाने का मेरा संघर्ष जारी है। टाइगर जयराम महतो ने माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार, मनानीय मंत्री दीपक बिरुवा और समस्त मंत्रिमंडल का आभार व्यक्त किया है। अलग राज्य गठन के 25 साल बाद भी राज्य में विस्थापन और पुनर्वास की बड़ी समस्या थी। विस्थापन का ही दुष्परिणाम है की बड़ी तादात में झारखंडियों मजदूर के रूप में दूसरे राज्यों और कई देशों में रोजी रोटी की जुगाड़ में जाते रहे हैं। राज्य में अब तक लगभग 2.5 लाख एकड़ जमीन उद्योग, खनन, डेम व जलाशय के लिए अधिकृत की गई है। करीब 1लाख 65 हजार परिवारों को अब भी विस्थापन का दर्द सहना पड़ रहा है । छोटानागपुर के कोल्हान, पलामू ,संथाल तक विस्थापन का दर्द गहरा है। BSL, TTPS, CTPS, BTPS, PTPS, KTPS, ECL, CCL, BCCL, HEC Ranchi, HURL Sindri, Tata Industries And Mines, चांडिल, डिमना, कोणार, मैथन, पंचेत, तेनुघाट डैम इत्यादि परियोजनाओं से विस्थापित हुए लोग आज भी नियोजन एवं मुआवजा के लिए संघर्ष कर रहे है। हाल ही में नौकरी की मांग लेकर बीएसएल के सामने धरने पर बैठे विस्थापित भाई प्रेम महतो की सीआईएसफ द्वारा लाठी चार्ज कर हत्या कर दी गई । सिंदरी, आसनबनी में सेल के अधीनस्थ केटीपीएल के कर्मचारी यों ने बेरहमी से रैयतों की पिटाई की । भंवरा और सुरंग मे जबरन रैयति जमीन पर OB डंप किया जाता है। बड़कागांव ,मांडू के लोग लगातार खनन कंपनियों के खिलाफ लड़ रहे हैं। उक्त घटनाएं स्पष्ट करती है कि उक्त कंपनियां ईस्ट इंडिया कंपनी के तर्ज पर शासन करना चाहती है। प्रदेश मीडिया प्रभारी रमेश कुमार महतो ने कहा टाइगर जयराम महतो का प्रयास और संघर्ष रंग लाया। 25 वर्षों बाद झारखंड में विस्थापन और पुनर्वास आयोग का गठन मंत्रिमंडल कैबिनेट में स्वीकृत दी गई। इसके लिए जेएलकेएम परिवार आभार व्यक्त करती है।