झारखंड : राजधानी रांची में बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा व चौक के लिए "जगह नहीं", सरकार के जवाब से निराश हुए टाइगर जयराम महतो
झारखंड : डुमरी के लोकप्रिय विधायक एवं झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष टाइगर जयराम महतो ने विधानसभा में राज्य के पुरोधा नेता बिनोद बिहारी महतो के सम्मान में राजधानी रांची में एक चौक और प्रतिमा स्थापित करने का प्रश्न उठाया था।
इस पर सरकार की ओर से जो उत्तर आया, वह चौंकाने वाला था। सरकार ने जवाब में कहा कि राजधानी रांची में बिनोद बाबू की प्रतिमा के लिए जगह नहीं है। इस उत्तर पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक महतो ने कहा कि "ये वेतनभोगी लोग क्या जानें झारखंड का दर्द।"
महतो ने कई स्थानों का सुझाव भी सरकार को दिया, जैसे कोकर चौक, हरमू चौक, झारखंड विधानसभा के आसपास के क्षेत्र, खेलगांव चौक सहित कई अन्य चौक, जहां प्रतिमा स्थापित की जा सकती है। उन्होंने इस उत्तर को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता बिनोद बिहारी महतो ने अपना संपूर्ण जीवन झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को मजबूत करने और राज्य के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। ऐसे महान व्यक्तित्व के लिए राजधानी में स्थान न होना झारखंडी अस्मिता का अपमान है।
महतो ने यह भी कहा कि आदरणीय शिबू सोरेन जी के लिए राजधानी में पार्क बन रहा है, जो स्वागतयोग्य है, लेकिन बिनोद बाबू का योगदान भी किसी मायने में कम नहीं है। उन्हें भी उतनी ही श्रद्धा और सम्मान मिलना चाहिए।
टाइगर जयराम महतो ने बताया कि माननीय मंत्री सुदिव्य जी का यह कहना कि रांची में जगह की कमी है, केवल एक बहाना प्रतीत होता है। रांची जैसे शहर में यदि अपने नायकों को सम्मान देने के लिए जगह नहीं मिलती, तो यह झारखंड की राजनीति के लिए गंभीर प्रश्न है। यह जानकारी पार्टी के मीडिया प्रभारी रमेश कुमार महतो ने दी ।