सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सरायकेला के नए डीसी बने नीतीश कुमार सिंह

Nitish Kumar Singh appointed as the new DC of Seraikela.

 सरायकेला जिले को नया उपायुक्त (डीसी) मिल गया है। नीतीश कुमार सिंह ने इस पद की जिम्मेदारी संभाली है। वे झारखंड के पलामू जिले के पांकी प्रखंड स्थित नीमाचक पथरा गांव के निवासी हैं।

UPSC में देशभर में हासिल की थी 23वीं रैंक

नीतीश कुमार सिंह ने वर्ष 2017 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 23वीं रैंक हासिल की थी। उनकी इस सफलता ने पूरे झारखंड का नाम रोशन किया था।

पारिवारिक पृष्ठभूमि

नीतीश के पिता प्रयाग सिंह बोकारो स्टील प्लांट के रिटायर्ड कर्मचारी हैं, जबकि उनकी माता इंदिरा देवी एक ग्रहणी हैं। पढ़ाई-लिखाई के प्रति परिवार में हमेशा प्रोत्साहन का माहौल रहा है।

शिक्षा और शुरूआती जीवन

नीतीश कुमार सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भवनाथपुर के एक स्कूल से पूरी की। इसके बाद कक्षा 12वीं की पढ़ाई बोकारो के डीपीएस (DPS) स्कूल से की। वे शुरू से ही पढ़ाई में तेज़ रहे। उन्होंने 10वीं में 97% और 12वीं में 90% अंक हासिल किए।

IIT से B.Tech और बच्चों को पढ़ाने का शौक

स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद नीतीश ने IIT धनबाद से बी.टेक की डिग्री ली। खास बात ये है कि उन्हें बच्चों को पढ़ाने का भी काफी शौक है। अपने ग्रेजुएशन के दिनों में भी वे गरीब बच्चों को ट्यूशन दिया करते थे।

लोकप्रिय

भारतीय क्रांतिकारी मजदूर संघ (BKMS) का केंद्रीय कमेटी विस्तार किया गया

झारखंड: जयराम महतो की एस्कॉर्ट गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त ,आप सबों के आशीर्वाद से सभी सुरक्षित एवं खतरे से बाहर हैं

कोल्हान में कुड़मी जागरूकता अभियान की कमान अब युवाओं के हाथ - शीतल ओहदार

जमशेदपुर: सोनारी स्थित शहीद निर्मल महतो भवन में 29 जून को पेसा कानून पर कुड़मी समाज की एकदिवसीय बैठक, संगठन प्रतिनिधि और बुद्धिजीवी रहेंगे शामिल

सरायकेला : राजनगर के इंटरमीडिएट सेकंड टॉपर शिवली मंडल को किया गया सम्मानित

रामगढ़ : मांडू प्रखंड के कपरफ़ुटवा गांव में सड़क निर्माण में हो रही भारी अनियमितता:- प्रभु दयाल महतो

जमशेदपुर : पेसा एक्ट में कुड़मीयों का भागीदारी सुनिश्चित करे राज्य सरकार - शीतल ओहदार

झूमर शिल्पी अंजली महतो : शिक्षा, संगीत यात्रा और लोकप्रियता की चमकती पहचान

झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के युवा अध्यक्ष कुश कुमार महतो का ऐतिहासिक दौरा